सुप्रिम कोर्ट के एडवोकेट श्री आर.के.शर्मा की इस पुस्तक में 194 पृष्ठ हैं। यह पुस्तक हाई कोर्ट के पूर्व न्यायधीश द्वारा Foreword है। इस पुस्तक में 128 प्रश्नोत्तर क साथ हजारों सामान्य कानूनी जानकारियां हैं। जैसे-
1. अपना एफिडेविट भी कैसे जेल भिजवा सकता है?
2. फर्जी एफ.आई.आर कराने का क्या परिणाम हो सकता है?
3. किसी अपराधिक घटना को ‘रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ कब माना जाता है?
4. क्या कोई महिला एक साल बाद भी बलात्कार की एफ.आई.आर दर्ज करा सकती है?
5 सरकारी अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के क्या नियम होते हैं?
6.आम नागरिक पुलिस को किसी अपराध की जानकारी देने से क्यों डरता है?
7. अदालत में बयान देते समय किस बात का ध्यान रखना चाहिए?
8. क्या बुढ़ापे में सेवा करने वाला व्यक्ति, उसकी सम्पत्ति का वारिस बन सकता है?
9. संदेह की स्थिति में, क्या पारवारिक अदालत बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दे सकती है?
10.कैसे, आम आदमी के लिए कानून मकड़ी के जाल जैसा है ?
These questions are enquired by public,there of answers in detail are available in Kanoon Coverage
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इन प्रश्नो के उत्तर कानून कवरेज में पाएं
यदि शादी शुदा पुरूष व स्त्री अपने जीवन साथी के अलावा किसी अन्य के साथ अनैतिक या अवैध कार्य (Sexual Intercourse) करते पकडे जाए तो क्या केस बनेगा? कानून में यह कितना बडा जुर्म है?
If a married man and a women are caught by police doing sexual intercourse with other than their own married partner, what case will be registered ? How serious offence it is in Law?
आज, आम नागरिक पुलिस को अपराध या अपराधी की जानकारी देने सें क्यों डरता है ?
Why a common man is afraid of giving information of crime or the criminal to the Police ?
क्या एफ.आई.आर. दर्ज होने के बाद भी कथित अपराध की धारा बदली जा सकती है ?
Can sections be changed in FIR after the registration of it?
अदालत में बयान देते समय किस बात का ध्यान रखना चाहिए ?
For what one should be conscious while deposition in the court?
क्या अदालत के फैसले की बुराई करने पर अदालत की अवमानना का केस लगता है ?
If someone does criticise the verdict of a court would he be prosecuted under contempt of court ?